बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने साफ कर दिया है कि किसी भी क्रिकेटर की पहली प्राथमिकता देश के लिए खेलना है। इसके बाद ही उसे किसी टूर्नामेंट में खेलने या किसी अन्य गतिविधि की इजाजत दी जाएगी। सौरव गांगुली ने इसी आधार पर सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (SCA) का वह आग्रह ठुकरा दिया है, जिसमें उसने कहा था कि रवींद्र जडेजा को रणजी ट्रॉफी के फाइनल में खेलने की इजाजत दी जाए। गांगुली ने देश पहले की नीति के तहत यह फैसला लिया है।
सौराष्ट्र की टीम 9 मार्च से रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में उतरेगी। उसके सामने बंगाल की टीम होगी। रवींद्र जडेजा घरेलू क्रिकेट में सौराष्ट्र के लिए खेलते हैं। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने इसी मैच के लिए रवींद्र जडेजा को अपनी टीम में शामिल करने की इजाजत मांगी थी।
एससीए के अध्यक्ष जयदेव शाह के हवाले से लिखा, ‘मैंने उनसे बात की थी। उन्होंने मुझसे कहा कि बोर्ड जडेजा को रणजी मैच खेलने की इजाजत नहीं दे सकता क्योंकि देश पहले आता है।’ बता दें कि जिस समय रणजी ट्रॉफी फाइनल शुरू होने के तीन दिन बाद ही भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज होनी है। अभी इस टीम के लिए टीम की घोषणा नहीं हुई है।
जयदेश शाह ने इसके साथ ही भारतीय टीम के कार्यक्रम पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘मेरा एक सुझाव है। यदि बीसीसीआई चाहता है कि लोग घरेलू टूर्नामेंट देखें तो उसे रणजी फाइनल जैसे बड़े मैचों के समय अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं रखने चाहिए। क्या बीसीसीआई आईपीएल के वक्त पर इंटरनेशनल मैच रखेगा। नहीं, क्योंकि उससे पैसे मिलते हैं।’ जयदेव शाह ने कहा कि रणजी ट्रॉफी तभी लोकप्रिय हो सकती है, जब इसमें स्टार खिलाड़ी भी खेलें। इस टूर्नामेंट के फाइनल के दौरान इंटरनेशनल मैच नहीं रखे जाने चाहिए। कार्यक्रम तय करते वक्त इस बात का ख्याल रखना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी होती अगर जडेजा सौराष्ट्र के लिए फाइनल खेलते। जडेजा ही क्यों, मुझे तब भी खुशी होती जब मोहम्मद शमी बंगाल की ओर से फाइनल खेलते।’
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